यों ही सपने देखते देखते गुजर जाती है हर रात हमारी
रोज तन्हाइयों में सोचा करते है जी भरके मुलाकात करू मेरे अपने प्यारे चाहने वालो से
कमबख्त जिन्दगी ह ही इतनी उलझन भरी
यों ही वक्त गुजर जाता है जिंदगी के राशुल निभाते निभाते और वही गुडमॉर्निंग से शुरू और गुडनाईट पे खत्म होजती है हर बात हमारी
Good morning