शुक्रवार, 9 फ़रवरी 2024

Kisi ka jhukne n dena sis lachari me


किसी का झुकने न देना सीस लाचारी में

बेमानी का सीस उठने न देना

खून है तुम्हारी नसों में ईमान का 

इसे बेमानो से मिटने न देना 

बाहें तुम्हारी भी कमजोर नहीं आजमाकर देख

उठा लेना बेसख अस्तर शस्त्र रण भूमि में 

पुरखों का गौरव फुजदिलो की तलवारों से मिटने न देना

उठा है सीना तुम्हारे अपनो का नेकि पर चलकर 

कु कर्मों से इसे मिटने न देना

जब बात बन आए इजत पर बलिदान होना पड़े होजना

चमन इज्जत का संजोया है तुम्हरे पुरखों ने खून पसीना बहाकर

खुद मिट जाना पर इज्जत को कभी मिटने न देना

किसी का झुकने न देना सीस लाचारी में

बेमानी का सीस उठने न देना 

कमजोर का बनना सहारा मुस्किल हालातों में 

बलशाली की धौंस पनपने न देना

खून है तुम्हारी नसों में ईमान का 

इसे बेमानो से मिटने न देना 



                                      

     ✍️रामरतन सुड्डा

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Kisi ka jhukne n dena sis lachari me

किसी का झुकने न देना सीस लाचारी में बेमानी का सीस उठने न देना खून है तुम्हारी नसों में ईमान का  इसे बेमानो से मिटने न देना  बाहें तुम्हारी भ...