क्या गजब की दिखाई है तस्वीर भारत की
आज के मीडिया और सरकारों ने
उछल रहा है भारत झूठे इन हसी नजारो में
एकबार खुश तो कर दिया मुझे भी चमक ते
धमकते भारत की तस्वीरों ने
क्या गजब की दिखाई है तस्वीर भारत की
आज के मीडिया मीडिया और सरकारों ने
जब उतारा में सड़कों पे तो आंखे रोने लगी
जब देखी तस्वीर इन हकिकी नज़ारो में
झुल रहा था किसान किसान फांसी के फंदे पर
ओर बर्बाद होरहा था अनाज बहते गंदे नालों में
क्या गजब की दिखाई है तस्वीर भारत की
आज के मीडिया मीडिया और सरकारों ने
चमक रहा था भारत सिर्फ नेताओं कि वाणी
ओर न्यूज चैनल वालों की वीडियो क्लिप ग्राफी में
कुछ लेते घुस दिखे सड़कों पे मुझे जो थे वर्दी खाखी
में कुछ बहते दिखे मासूम मुझे बिन ढकन के चेमर ओर
कुछ खुली बहती गंदी नाली में
क्या गजब की दिखाई है तस्वीर भारत की
आज के मीडिया और सरकारों ने
कुछ करते मेहनत मजदूर दिखे वो भी पेट खाली थे
कुछ चस्मा पहने भगत दिखे जो थे शायद अंधे विकाश की
रखवाली में
कुछ बेबस ओर लाचार दिखे जो खा रहे थे
रोटी भी संग पानी के
क्या गजब की दिखाई है तस्वीर भारत की
आज के मीडियामीडिया और सरकारों ने