मंगलवार, 3 नवंबर 2020

Bhart ki tasvir

 क्या गजब की दिखाई है तस्वीर भारत की 
आज के मीडिया और सरकारों ने

उछल रहा है भारत झूठे इन हसी नजारो में 

एकबार खुश तो कर दिया मुझे भी चमक ते

धमकते भारत की तस्वीरों ने

क्या गजब की दिखाई है तस्वीर भारत की 

आज के मीडिया मीडिया और सरकारों ने

जब उतारा में सड़कों पे तो आंखे रोने लगी

जब देखी तस्वीर इन हकिकी नज़ारो में

झुल रहा था किसान किसान फांसी के फंदे पर

ओर बर्बाद होरहा था अनाज बहते गंदे नालों में

क्या गजब की दिखाई है तस्वीर भारत की 

आज के मीडिया मीडिया और सरकारों ने

चमक रहा था भारत सिर्फ नेताओं कि वाणी

ओर न्यूज चैनल वालों की वीडियो क्लिप ग्राफी में

कुछ लेते घुस दिखे सड़कों पे मुझे जो थे वर्दी खाखी

में कुछ बहते दिखे मासूम मुझे बिन ढकन के चेमर ओर

कुछ खुली बहती गंदी नाली में

क्या गजब की दिखाई है तस्वीर भारत की 

आज के मीडिया और सरकारों ने

कुछ करते मेहनत मजदूर दिखे वो भी पेट खाली थे

कुछ चस्मा पहने भगत दिखे जो थे शायद अंधे विकाश की 

रखवाली में 

कुछ बेबस ओर लाचार दिखे जो खा रहे थे 

रोटी भी संग पानी के

क्या गजब की दिखाई है तस्वीर भारत की 

आज के मीडियामीडिया और सरकारों ने


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Please do not enter any spm link in comment box

Love shayeri bewafa shayeri dard bhri shayeri lavitaye kahaniya motivsnal or samajik stori

Kisi ka jhukne n dena sis lachari me

किसी का झुकने न देना सीस लाचारी में बेमानी का सीस उठने न देना खून है तुम्हारी नसों में ईमान का  इसे बेमानो से मिटने न देना  बाहें तुम्हारी भ...