बुधवार, 25 अक्तूबर 2023

Bahujan akhir harijan kese bane बहुजानों को हरिजन क्यों कहा जाने लगा

 अरे ओ गाँधी के हरिजन बैठ जरा,

  तुझको तेरा भविष्य बताता हूँ,

    तेरे बच्चों के संग क्या होगा,

      उसकी तस्वीर दिखाता हूँ..!!

🥲🥲

जब रामराज्य के झंड़े होंगे,

  दो ही विकल्प बच जाएंगे,

    या तो तुम गुलामी कर लो,

     नहीं तो सिर धड़ काटे जाएंगे..!!

🥲🥲

औरत, बहन, बेटी तेरी, 

  भैया भैया चित्कारेगी,

    उनकी यही करुण पुकारे,

      बुद्ध भूमि को भी रुलायेंगी..!!

🥲🥲

शंबूक को गांधी के हरिजन, 

  तू याद जरा सा तो कर ले,

    रैदास को काटा था टुकड़ो में,

     उसे याद जरा अब तू कर ले..!!

🥲🥲

जब मानवता का खून बहा था,

  सर अटे पड़े थे नदी सरयू में,

    असंख्य बौद्ध भिक्खु काटे थे,

    मोर्यवंश की नींव हिली भारत में..!!

🥲🥲

मूलनिवासी नारी चीख रही थी,

  अपनी अस्मत बचाने को,

    क्या कोई ईश्वर आगे आया,

      उनकी आबरु अस्मत बचाने को..!!

🥲🥲

हर शुंगी जब बना दरिंदा,

  जिंदा जिस्मों को रौंद रहे थे,

    स्वर्ण लालच में वह अंधा था,

     असहाय वो खुद को देख रहे थे..!!

🥲🥲

अब गाँधी के हरिजन मैं तुमको,

  आज़ादी का रंग दिखाता हूँ,

    पूना पैक्ट के तुझको,

      वो भयानक हालात बताता हूँ..!!

🥲🥲

 गाँव गाँव मुनादी होने लगे थे,

  कि पूना पैक्ट वापिस ले लो,

    नही कत्ल तुम्हें होना होगा,

       बेशक हमसे यह लिखवा लो..!!

🥲🥲

गर तुमने वापिस नहीं लिय तो,

  सारे भीम समर्थक मारे जाएंगे,

    बहन बेटीयों की दशा सोच लो,

        यहां शुंगकाल पुनः दुहराऐगे..!!

🥲🥲

हजारों दलितो के कत्ल हुए,

  इस पूरी भारत धम्मभूमि में,

    मनुवादियों ने खंजर घोपे थे,

        हम भीम पुत्रो की छाती में..!!

🥲🥲

फूलन बागी क्यों बनी याद करो, 

    खैरांजली को मुड़कर देखो तुम,

     पटौदी सुनपेड़ का मंजर आँखों में,

        सोनभद्र,हथरस आगे ऐ बनाऐगे..!!

🥲🥲

नारायणपुर बाथे,मिर्चपुर बस्ती में,

  अनगिनत का कत्लेआम हुआ था,

      ढलती उम्र का बुजुर्ग ना छोड़ा,

        जन बच्चे तक आग में झौंका था..!!

🥲🥲

ऊरी के कोड़े याद नहीं रखता ,

    घुड़चड़ी से तुझे रोका जाता हैं,

        कितने एकल्वयों की हत्या होती,

         अपने ही घर में अछूत बन रहता हैं..!!

🥲🥲

मजलूम गाँव को छोड़ गए,

  अपनी ही जान बचाने को,

    क्या भारत में सविंधान नही था,

     उनकी जान सम्मान बचाने को..!!

🥲🥲

सुप्रीमकोर्ट था हाइकोर्ट था,

  ह्यूमन राइट क्या सोया था,

   एस.सी एसटी आयोग ने भी ,

    दलितो का विश्वास खोया था..!!

🥲🥲

ग़जव छलावा चल रहा देश में,

  रे गांधी के हरिजन क्या ज्ञान नही,

    जब भारत हिन्दू राष्ट्र बनेगाँ ,

       तुझे इसका तनिक एहसास नही..!!

🥲🥲

अब छोड़ गांधी भगवा चोला ,

  अब लौट धम्म पर आ मूरख,

    जब अस्तित्व तेरा मिट जाएगाँ,

       क्या उस दिन जागेगा पगले..!!

🥲🥲

मंदिर में लतियाऐं जाते हो,

   पाखंडीयों के फेर में फसते हो,

      चढ़ने का घोड़ी छोड़ दे इरादा,

🥲🥲

हमारा अंत सहारा हैं संविधान ,

  फिर मनुस्मृति से सताया जाएगाँ,

  अगर भारत भगवा हिंदु राष्ट्र बना,

     भीम संविधान खत्म हो जाएगा..!!

       

🇮🇳  जय भीम, जय संविधान 🇮🇳


नोट: -  *कम से कम 100 साथियों को आगे अवश्य प्रेरित प्रेषित करें

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Kisi ka jhukne n dena sis lachari me

किसी का झुकने न देना सीस लाचारी में बेमानी का सीस उठने न देना खून है तुम्हारी नसों में ईमान का  इसे बेमानो से मिटने न देना  बाहें तुम्हारी भ...