सोमवार, 25 जनवरी 2021

चोर नेता पर शयेरी chor neta pr sayeri

 Lutere लुटेरे


सुना है होते है काली पोशाक के पीछे काले चहरे 

काली पोशाक में चोर  लुटेरे होते है

आज देखे है मैने सफेद पोशाक में भी काले चहरे

जिनके हजारों दाग भी नज़र अंदाज़ होते है

होते है कुछ नेता साफ छवि के ना जाने क्यों अधूरा उनका अरमान रहता है

ना जाने क्या रसूल है इस धरती का जो होते है झुटे मक्कार जुमले बाज क्यों उन्हीं का सम्मान सम्मानहोता है

जिन्हे बुलाती है जनता नेता कहकर जिनके नाम में भी कितना सम्मान होता है 

वो साफ छवि दिखाकर भी लूट ते रहते है पूरा वतन 

समझ ना पाती मासूम जनता नाजाने केसा उनका लूटने का अंदाज होता है

आज देखे है मैने सफेद पोशाक में भी काले चहरे

जिनके हजारों दाग भी नज़र अंदाज़ होते है

छीन लेते हैं दिन दहाड़े किसी बेबस का आस्याना न जाने फिर भी क्यों दुनिया के दिल में नेताओं का इतना सम्मान होता है

खून खराबा दंगे करवाना ये पैसा तो नेताओं का सरेआम होता है देख कर अनदेखा कर देती है पुलिस भी नेताओं के जुर्म को क्योंकि ये प्रशासन भी तो नेताओं का गुलाम होता है

समझ ना सका रामरतन सुड्डा इन सफेद पोशाक वाले गुंडों का क्यों इतना सम्मान होता है

आज देखे है मैने सफेद पोशाक में भी काले चहरे

जिनके हजारों दाग भी नज़र अंदाज़ होते है

ना जाने केसे म मारे जाते है वो लोग अक्सिडेंटो में जिनके पास में नेताओं के काले कारनामों के राज होते है

जो उतर जाते है सड़कों पर खड़ी करने बगावत इन नेताओं की ना जाने क्यों उन्हीं के उपर देशद्रोह का इलज़ाम होता है

सुना है होते है काली पोशाक के पीछे काले चहरे 

काली पोशाक में चोर लुटेरे होते है

आज देखे है मैने सफेद पोशाक में भी काले चहरे

जिनके हजारों दागदाग भी नज़र अंदाज़ होते है


रविवार, 3 जनवरी 2021

Collage ki yade

 आज फिर कॉलेज  का याराना याद आग़या 

नींद तो थी पलकों पर पर सोना पाया रात भर

दिल में जो बीते कल का नजराना याद गया

सोचा जी भरके देखू सपने अपने पुराने यारो का 

आंखे मूंदी तो वो हॉस्टल  का आस्यना याद गया

आज फिर कॉलेज का याराना याद आगाया

दिल में चुभन आंखो में आंसुओ का सलब आग़या 

होने लगी घुटन मुझे जब वो सरारतो का नजराना याद आगया 

आज फिर कॉलेज का याराना याद आग़या 

जब सोचा बिखर गए सब यार पुराने रोने लगा दिल मेरा जब साथ बैठकर खाया वो खाना याद आग़या रोक ना सका आंसू आंखो से जब वो दोस्तो के टीफन चुराके खाने का नजराना याद आग़या 

होने लगी चुभन इस दिल में जब कॉलेज कॉलेज का वो दोस्ताना याद आग़या 

आज फिर कॉलेज का याराना याद आग़या 

सो ना सका रात भर जब कॉलेज का वो जमाना याद आग़या

https://sawatnatr.blogspot.com/2021/01/hansne.html


शनिवार, 2 जनवरी 2021

हंसने hansne

 हंसने वालो को हंसने दे तुझ पर 

तुझे अपना मुकदर खुद पाना है

दुनिया की जिदों जहद चिर कर 

तुम्हे बहुत आगे निकल जाना है।।

कभी मत करना किसी गैर पे भरोसा

बेसख अपनों के हाथो मर मीट जाना है

हंसने वालो को हंसने दे तुझपर 

तुझे अपना मुकदर खुद पाना है

विश्वास दिलाकर दगा करना आदत है

जमाने की 

तुम्हे अपने तेवरों से इंसान को पहचाना 

सिख जाना है

जब बनानी है तुम्हे अपनी पहचान खुद म,खुद तो फिर

किसी सिकन्दर के आगे हाथ क्या फैलाना है

हंसने वालो को हंसने दे तुझ पर 

तुझे अपना मुकदर खुद पाना है

अक्षर आदत है जमाने कि किसी लाचार पे पछताने 

ओर किसी की सफलता पे जलते रह जाने की है 

तुम्हे जिद रखनी है मरते दम तक आज तुम पे हंसने वालों को कल तुम्हारी सफलता की ताली बजाने की

हंसने वालो को हंसने दे तुझ पर 

तुझे अपना मुकदर खुद पाना है



Love shayeri bewafa shayeri dard bhri shayeri lavitaye kahaniya motivsnal or samajik stori

Kisi ka jhukne n dena sis lachari me

किसी का झुकने न देना सीस लाचारी में बेमानी का सीस उठने न देना खून है तुम्हारी नसों में ईमान का  इसे बेमानो से मिटने न देना  बाहें तुम्हारी भ...