Lutere लुटेरे
सुना है होते है काली पोशाक के पीछे काले चहरे
काली पोशाक में चोर लुटेरे होते है
आज देखे है मैने सफेद पोशाक में भी काले चहरे
जिनके हजारों दाग भी नज़र अंदाज़ होते है
होते है कुछ नेता साफ छवि के ना जाने क्यों अधूरा उनका अरमान रहता है
ना जाने क्या रसूल है इस धरती का जो होते है झुटे मक्कार जुमले बाज क्यों उन्हीं का सम्मान सम्मानहोता है
जिन्हे बुलाती है जनता नेता कहकर जिनके नाम में भी कितना सम्मान होता है
वो साफ छवि दिखाकर भी लूट ते रहते है पूरा वतन
समझ ना पाती मासूम जनता नाजाने केसा उनका लूटने का अंदाज होता है
आज देखे है मैने सफेद पोशाक में भी काले चहरे
जिनके हजारों दाग भी नज़र अंदाज़ होते है
छीन लेते हैं दिन दहाड़े किसी बेबस का आस्याना न जाने फिर भी क्यों दुनिया के दिल में नेताओं का इतना सम्मान होता है
खून खराबा दंगे करवाना ये पैसा तो नेताओं का सरेआम होता है देख कर अनदेखा कर देती है पुलिस भी नेताओं के जुर्म को क्योंकि ये प्रशासन भी तो नेताओं का गुलाम होता है
समझ ना सका रामरतन सुड्डा इन सफेद पोशाक वाले गुंडों का क्यों इतना सम्मान होता है
आज देखे है मैने सफेद पोशाक में भी काले चहरे
जिनके हजारों दाग भी नज़र अंदाज़ होते है
ना जाने केसे म मारे जाते है वो लोग अक्सिडेंटो में जिनके पास में नेताओं के काले कारनामों के राज होते है
जो उतर जाते है सड़कों पर खड़ी करने बगावत इन नेताओं की ना जाने क्यों उन्हीं के उपर देशद्रोह का इलज़ाम होता है
सुना है होते है काली पोशाक के पीछे काले चहरे
काली पोशाक में चोर लुटेरे होते है
आज देखे है मैने सफेद पोशाक में भी काले चहरे
जिनके हजारों दागदाग भी नज़र अंदाज़ होते है
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