हंसने वालो को हंसने दे तुझ पर
तुझे अपना मुकदर खुद पाना है
दुनिया की जिदों जहद चिर कर
तुम्हे बहुत आगे निकल जाना है।।
कभी मत करना किसी गैर पे भरोसा
बेसख अपनों के हाथो मर मीट जाना है
हंसने वालो को हंसने दे तुझपर
तुझे अपना मुकदर खुद पाना है
विश्वास दिलाकर दगा करना आदत है
जमाने की
तुम्हे अपने तेवरों से इंसान को पहचाना
सिख जाना है
जब बनानी है तुम्हे अपनी पहचान खुद म,खुद तो फिर
किसी सिकन्दर के आगे हाथ क्या फैलाना है
हंसने वालो को हंसने दे तुझ पर
तुझे अपना मुकदर खुद पाना है
अक्षर आदत है जमाने कि किसी लाचार पे पछताने
ओर किसी की सफलता पे जलते रह जाने की है
तुम्हे जिद रखनी है मरते दम तक आज तुम पे हंसने वालों को कल तुम्हारी सफलता की ताली बजाने की
हंसने वालो को हंसने दे तुझ पर
तुझे अपना मुकदर खुद पाना है
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