शुक्रवार, 4 जून 2021

बिकी गरिमा पत्रकारों की biki garima patrkaro ki

 बिकी हुई है मेरे देश में गरिमा पत्र करो की

झूठ दलाली से चलती रोजी टीवी और अखबारों की

कंकड़ को पहाड़ बताने में इन्हे कोई शर्म नहीं आती है

ईमान बेच लिया माइक कैमरा ये बेशर्मी बतलाती है

बेशर्मी की हद तो देखो सच पे पर्दा डाल, देश में झूठी 

न्यूज चलाते हैं शर्म लाज नहीं रही है इनको जूते चप्पल

खाने की

बिकी हुई है मेरे देश में गरिमा पत्र करो की

झूठ दलाली से चलती रोजी टीवी और अखबारों की

पत्ल चाटे करो गुलामी नेता और सरकारों की 

देश की जनता जाए भाड़ में रिश्वत खाए देश के गद्दारों की

बिकी हुई है मेरे देश में गरिमा पत्र करो की

झूठ दलाली से चलती रोजी टीवी और अखबारों की

कमी नहीं टीवी पे देखो न्यूजएंकर और चाटूकारों की

करें बड़ाई ढोंग रचाकर फुजदिल और मकारो की

सच छिपाए झूठ दिखाए, ये झूठ मूठ के विकाश गिनाते

हर बार छिपाते देखो लोगो नाकामी सरकारों की

बिकी हुई है मेरे देश में गरिमा पत्र करो की

झूठ दलाली से चलती रोजी टीवी और अखबारों की

Youtub और फेसबुक था जरिया सच दिखलाने का आम आदमी की आवाज को जान जन तक पहुंचाने का 

इस पे भी अब कब्जा करके चली हुकूमत दलालों की

बिकी हुई है मेरे देश में गरिमा पत्र करो की

झूठ दलाली से चलती रोजी टीवी और अखबारों की








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