मंगलवार, 7 सितंबर 2021

Majhhabi ladai

 मत जलाओ इस धरती को मजहबी आग में सबकुछ बर्बाद होजाए गा 

आज दिखता है तुम्हे जो जख्म छोटा सा वो एक ना एक दिन नासूर होजाएगा

आज तुम्हे जो उकसाते है मजहबी लड़ाई के लिए वो कलको

भाग जायेंगे विदेशों में और तुम्हारा यहां जीना दुबर और दुश्वार होजाएगा

मत जलाओ इस धरती को मजहबी आग में सबकुछ बर्बाद होजाए गा 


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Please do not enter any spm link in comment box

Love shayeri bewafa shayeri dard bhri shayeri lavitaye kahaniya motivsnal or samajik stori

Kisi ka jhukne n dena sis lachari me

किसी का झुकने न देना सीस लाचारी में बेमानी का सीस उठने न देना खून है तुम्हारी नसों में ईमान का  इसे बेमानो से मिटने न देना  बाहें तुम्हारी भ...