Kuch din or intzar kro
कुछ दिन और इंतजार करो मेरा ,में जरूर आऊंगा तुम्हारी नगरी तुम्हारे गांव में , मुझे बहुत याद आते है वो लम्हे जो हम साथ साथ गुजारा करते थे बैठे बैठे नीम की छांव में
में चाह कर भी नहीं रोक सकता खुदको न जाने कैसा नासा है तेरे गांव की उन हवाओं में
कुछ दिन और इंतजार करो मेरा ,में जरूर आऊंगा तुम्हारी नगरी तुम्हारे गांव में
Bahut yad aate ho tum
बहुत याद आते हो तुम, तुम्हारी यादों के समंदर को चंद पन्हो में उतर पाना बड़ा मुस्कील है
तुम बात बात पर कह देते हो भुला दिया हमको ,अरे पागल दिल में रहने वालों को भुला देना इतना आसान नहीं होता ,हमारा दिल तो तुम्हारी यादों का समंदर है और समंदर को सुखा पाना बड़ा मुस्किल है, उसीतरहा तुम्हारी यादों को मिटा पाना बड़ा मुस्कील है
Meri jindgi ke pnne
मेरी जिंदगी के हर पन्ने में कुद्रत ने शायद दर्द ही दर्द लिखा होगा
लिखी होगी मेरी मौत की दास्तान भी दर्द भरी
और मेरे अस्याने में भी घुटन लिखी होगी, यो तो चमन रहता अस्याना मेरा भी
तभी तो मेरी किस्मत में बेवफा सनम लिखी होगी
Hamse dill na lagana
हम से दिल ना लगाना ओ मुसाफिर हम बड़े बद किस्मत लोग हैं
हमे तो किस्मत ने इस कदर मारा है
हम जिंदा तो है धरती पर मगर हमारी दर्द भरी दास्तान कुछ है ही ऐसी सुनोगे तो तुम भी यहीं कहोगे की तुम्हारे लिए यहां जीवन लोक नहीं बल्कि यहीं मृत्युलोक है
हम से दिल ना लगाना ओ मुसाफिर हम बड़े बद किस्मत लोग हैं
Kisi pe bhrosa na karna
किसी पे भरोसा न करना ए मेरे दोस्त आजकल सफेद चहरो के पीछे काले चहरे छिपे होते हैं
तुम समझ ते हो कमर के पीछे वाले हाथ में फूल छिपाते होंगे आजकल फूल नहीं खंजर छिपाते है लोग
Bedag jingi ke hajaro dag
में बेदाग था फिर भी नजाने क्यों मेरी जिंदगी के पन्नो में हजारों दाग लिखे इस जमाने ने
में कुद्र्त का मारा उभर न सका फिर भी कोई कसर न छोड़ी इस जमाने ने मुझे सताने में
मेरी पीठ ना तको ए दुनिया वालो बेसख मुझे कतल कर दो
तुमने ही चोट पहुंचाई है मेरे नाजुक दिल को मुझे सब मालूम है
ये दिल के घाव है जो मरहम से भरे नहीं जाते, न बनो मेरे हमदर्द तुम ही चोट पहुंचाने वाले अरे तुम ही मुझे मरहम न दो
मेरी पीठ ना तको ए दुनिया वालो बेसख मुझे कतल कर दो