बुधवार, 19 मई 2021

मुर्ख और विद्वान में अंतर

 मुर्ख इंसान पत्थर पूजे, पूजे पेड़ विद्वान

मुर्ख इंसान पत्थर पूजे, पूजे पेड़ विद्वान

ना खीर चढ़ाए पूड़ी चढ़ाए,चढ़ाए जल और खाद

धरती को सुंदर बनाए ,बचाए हर जीव के प्राण

ज्ञानी लोग विज्ञान पढ़े,और पढ़े अपना संविधान

मुर्ख लोग समय गवाएं,पड़ने में वेद पुराण


ढोंगी लोग पाखंड फैलाए,शिक्षित फैलाए ज्ञान

पाखंडी मंदिर बनवाए,ज्ञानी बनवाए अस्पताल

दु:खी बीमारी कास्ट निवारे,लाखो बचाए ज्यान

मुर्ख इंसान पत्थर पूजे, पूजे पेड़ विद्वान

ना खीर चढ़ाए पूड़ी चढ़ाए,चढ़ाए जल और खाद


संघर्ष शील संघर्ष करे,आलसी सहे पीड़ा अपमान

निर्बल लोग गुलाम बने,बने बल शाली हुक्मरान

सच्चे इन्सान ना पीठ तके, तके पीठ बेईमान

थाली में अपनी छेद करे,रखे बेचे अपना ईमान

मुर्ख इंसान पत्थर पूजे, पूजे पेड़ विद्वान

ना खीर चढ़ाए पूड़ी चढ़ाए,चढ़ाए जल और खाद



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