शनिवार, 1 मई 2021

देश में कोरॉना के चलते ऑक्सीजन की कमी

 जिसे परवाह थी ऑक्सीजन की कमी में जाति हजारों बेकसूर जानो की उस ट्रक ड्राइवर ने भूख प्यास को भी नजर अंदाज कर दिया

और हिम्मत ना जुटा पाया दो मिनट समय निकाल कर कुछ खाने की

जिन्हे परवाह ना थी किसी के जीने किसी के तड़फ तड़फ कर मरजाने की 

जिन्होंने तीन घंटे गवा दिए बेवजह उनको जल्दी थी सर्फ तस्वीर खिंचवाने की

रोने लगा होगा फूट फूट कर वो जांबाज ड्राइवर जो दिन रात चला जिसने परवाह भी ना की खुद के मरजने की

शर्म नहीं आई उन बेसर्मो को जिन्होंने ठानी थी बेकसूर लासो का सौदा कर फोटो खिंचवा कर फेमस होजाने की

क्या सोचा था वाह वाह करेगी ये दुनिया तुमने हिमत जो दिखाई ऑक्सीजन से भरे टैंकर को गुबारो से सजाने की

अरे बेसर्मों जरूरत तो थी तड़फ तड़फ दम तोड रहे मासुमो तक जल्द से जल्द ऑक्सीजन पहुंचाने की

पर तुम्हे क्या तुमने तो ठानी ह समसानो से जलती चिताओ से वोट जुटाने की

अरे दलालों तुम किसी का दर्द क्या समझोगै तुम्हारी तो ख्वाइस ही बस इतनी है अकबारो में फोटो और टीवी पर आने की




कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Please do not enter any spm link in comment box

Love shayeri bewafa shayeri dard bhri shayeri lavitaye kahaniya motivsnal or samajik stori

Kisi ka jhukne n dena sis lachari me

किसी का झुकने न देना सीस लाचारी में बेमानी का सीस उठने न देना खून है तुम्हारी नसों में ईमान का  इसे बेमानो से मिटने न देना  बाहें तुम्हारी भ...