शुक्रवार, 14 मई 2021

Corona mahamari or bachav ke upaye

2020 की तुलना में 2021में corona महामारी में मृतुदर में वृद्धि की मुख्य वजह

पिछलीबर 2020 में corona महामारी में इस बार की अपेक्षा बहुत कम लोग संक्रमित हुए इसका मुख्य कारण था समय रहते लगाया गया लॉकडाउन
Corona के दूसरे फेज यानी 2021 में corona महामारी से होने वाली मौत 2020 से इतनी ज्यादा क्यों क्योंकि पिछलीबार लोगो में corona का भ्य ना के बराबर था लोग अपने घरों में खुदको सुरक्षित महसूस कर रहे थे वो खुश थे चिंतित नहीं थे अबकीबार देरी से लॉकडॉन लगने की वजह से और महाराष्ट्र में  चुनाव होने की वजह से रेलिया की गई और उन्ही रैलियों की corona संक्रमण तेजी से फलने की वजह से चिकित्सा संसाधनों में भारी कमी होगई इस वजह से पिछली बार की अपेक्षा इस बार corona महामारी से होने वाली मोतों में वृद्धि हुई है और ज्यादा कुछ नहीं अपने घरों में आप पिछलीबर की तरह सुरक्षित है घबराए नहीं कुछ समय बाद फिर से इस्थित सामान्य होजाएगी

Corona से होने वाली मोतो की मुख्य वजह

आज पूरे देश और विश्व में करना ने आहाकार मचाया हुआ है और लोग काफी भ्येवित भी है और भ्येवीत होना जायज भी है क्योंकि टीवी अखबार सोशल मीडिया फेसबुक वॉट्सएप youtub पर जब देखो corona से होने वाली मोते हॉस्पिटल में तड़फ तड़फ कर दम तोड़ती असंख्य जिंदगियों का कोहराम दिखाई देता है 

और भए भी कुछ हद तक असंख्य मोतो का कारण बनता है क्योंकि डर(भए) की वजह से बल्ड सर्कुलेशन परभावित होता है जिसकी वजह से बीपी की सिकाएत होती है बीपी का अचानक सब बढ़ना गिरना हार्ट अटैक जैसी घटनाएं डर की वजह से होना आम बात है 

डर की वजह से भूख कम लगती है पाचन तंत्र काफी प्रभावित होता है टाइम पे ना खाने पीने की वजह से शरीर में एनर्जी लेवल दिन प्रदीन गिरने लगता है और थकान होने लगती है और कई लोगो को बुखार भी होजाता है थकान और बुखार के चलते लोग और चिंतित होजते है और खुद को corona से संक्रमित समझने लगते है जिससे लोगों में डर और बढ़ जाता है और इसी डर की वजह से वे अपना मेडिकल टैस्ट भी नहीं करवाते की कहीं कोरॉना पॉजिटिव आया तो उसे कहीं बंद करके ना रख दिया जाए और वो अंदर ही अंदर मानसिक तनाव को पालते रहते है मानसिक तनाव की वजह से इंसान के अंदर इम्यूनिटी घट जाती है और वह रोगी होजाता है और अंत में मानसिक तनाव मौत का कारण बन जाता है

Corona से बचाव के लिए इन बातो का रखे ध्यान

Corona से बचाव के लिए मनमे कोई चिंता ना रखे corona जैसे लक्षण आपको नज़र आए तो corona टैस्ट करवाए और बिना डर, तनाव के दवाई ले खुद को घर परिवार या कोई अन्य व्यक्ति के संपर्क में आने से बचाए 

बिना वजह घर से बाहर निकलने से बचे corona संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अपने घरों में रहना मास्क पहानना भी आपका देश हित में बहुत बड़ा योगदान है आप मास्क पहनकर चलते है तो खुदको और देश के अन्य नागरिकों को बचाने का काम कर रहें हैं बेवजह  घर से बाहर न निकले तो आप देश हित में बहुत कुछ कर रहे है कहीं बाहर जाकर आए तो साबुन  सर्फ या सनेटाइजर से अपने हाथों को अच्छे से धोएं खाना खाने से पहले पानी पीने से पहले अपने हाथों को अच्छे से साफ करे

अपने आस पड़ोस गांव गुहांड में किसी को आपकी मदद की जरूरत है तो उसकी मदद करे 

बेवजह डरना चिंतित होना covid महामारी से भी ज्यादा घातक है 

प्रकृति के अपने कुछ रसूल है हमने परकृति को बहुत नुकसान पहुंचाया है जिसका खम्याजा परक्रति हमसे वसूल रही है 

जीवन मरण खुद प्रकृति निर्धारित करती है परकृति ने हमे जन्म दिया है तो वो हमे जिंदा रखने और मरने का समय भी निर्धारित रखती है

आप मरने से डरे नहीं इस लिए में आपके बीच एक  कहानी पेश कर रहा हु इस कहानी को पूरा पढ़े जो आपको होंसला बढ़ने में मदद करेगी 

किसी गांव में एक शरीफ आदमी रहता था उसके एक लड़का था और परिवार में उसका कोई सहारा नहीं अकेला बेसहारा होने की वजह से परिवार के बाकी लोग उसकी संपत्ति हड़पने के लिए उसे यातनाएं देते रहते उस आदमी को ये चिंता हमेशा सताए जाति की उसके मरने के बाद ये लोग मेरे बेटे को भी मर देंगे और उसकी सारी संपत्ति हड़प लेंगे उसके वंश को खत्म कर देंगे ये बात वो अपने बेटे को कभी नहीं बता क्योंकि वह अभी बच्चा था कुछ समय बाद वह आदमी चिंता करते करते दम तोड गया अब उसका बेटा अकेला हो चुका था परकृति हर इंसान को हालातो के हिसाब से चला अपने आप सीखा देती है 

पिता की मौत केबाद उस लड़के को उसकी मां अपने पीहर अपने साथ लेकर वही रहने लगी उसकी मां अपना अकेलापन दूर करने और अपने बेटे को सभी हालातो के लिए तयार करने के लिए उसके पिता के साथ हुई ज्यादती की सारी घटनाएं उसे बताती रहती अब वह लड़का जवान होगया था और अच्छे बुरे को समझने लगा था अब उस लड़के के दिलो दिलो दिमाग में बस एक ही बात खटक रही थी की वो अपने गांव जाकर अपनी संपत्ति की रक्षा करे और अपने पिता के साथ हुई ज्यादती का बदला ले उसकी मां बुड्ढी होचूकी थी लेकिन वो उसे उसके गांव लोटने से रोकती रहती कुछ समय बाद उसकी मां का भी देहांत होगया और वो अपने गांव लोट आया गांव आते ही उसके परिवार के लोगो ने उसे यातनाएं देना सुरु कर दिया लेकिन वह ऐसे ही सराफत से अपने पिता की तरह यातनाएं सहना स्वीकार नही करता वह इट का जवाब पत्थर से देता 

इसी बात को लेकर परिवार के लोग समझ चुके थे की वो ऐसे उनकी यातनाओं से तंग आकर कही जाने वाला नहीं है उसे हमेशा हमेशा के लिए खत्म करना होगा एक दिन वह लड़का अपने खेतमे काम कर रहा था और उस परिवार के उन जालिम लोगों ने पूरी पालानिग के साथ उस पर गोलियों की बौछार कर दी उसपर हजारों गोलियां चली लेकिन उसे कहीं खरोंच भी नहीं आई थी अब वो समझ चुका था की जिसकी मौत परक्रति ने निर्धारित नहीं की है उसे कोई नहीं मिटा सकता और उसने जालिम परिवार का डटकर मुकाबला करना सुरु कर दिया अब उसका लालची परिवार समझ चुका था जाको राखे साइयां मार सके ना कोई ये सत्य ह और उन्होंने उसे सतना बंद कर दिया 

दोस्तो अगर आपको मेरा आर्टिकल अच्छा लगा हो तो शेयर करे हंसते रहे मुस्कुराते रहे 






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