रविवार, 23 मई 2021

राजस्थान में कोरॉना की 3 लहर ने रखे अपने कदम 21 जून तक बढ़ा लॉकडॉन

 राजस्थान में कोरॉना की दूसरी लहर थमने का नाम ही नही लेरही की होगया है तीसरी लहर का आगाज 



राजस्थान में कोरॉना महामारी की तीसरी लहर कदम रख चुकी हैं कोना की तीसरी लहर ने राजस्थान में कदम रखते ही डूंगरपुर में 512 बचो को अपनी चपेट में भी लेचुकी है 

दुगरपुर में मिले है 512 बच्चे कोरॉना पॉजिटिव और इस खतरे को नज़र अंदाज़ ना करते हुए सरकार ने लिए है कुछ अहम फैसले अब 24 तारीख को नहीं खुलेगा लॉकडॉन

कोरॉना महामारी के बढ़ते खतरे को देखते हुए राजस्थान सरकार ने लिया है लॉकडॉन बढ़ाने का फैसला 21 जून तक लॉकडॉन बड़ा दिया गया है

कोरॉना महामारी की तीसरी लहर बड़े बूढ़े जवानों के साथ ही बच्चो में भी बढ़ रहा संक्रमण 

सरकार की गाइड लाइन्स का पालन करे अपने घरों में रहे और सुरक्षित रहे ये पोस्ट आपको जरूरी लगे तो अपने परिचित लोगो में भी सहयेर करें

अपने और अपने परिवार का ध्यान रखें लॉकडॉन का पालन करे 

और कामना करे हम सब मिलकर कोरॉना महामारी को जल्द से जल्द से जल्द हरा सके 

                                      धन्यवाद

कोरॉना देवी की देश भर में होरही पूजा

भारत से जल्द होगा कोरॉना जड़ से खत्म देश भर में होरही कोरॉना देवी की पूजा



पाखंड और अंध विश्वास ने भारत में की हद पार कुछ दिनों पहले एक वीडियो वायरल होरहा था जिसमे कुछ साधु संत कोरॉना को खीर पूड़ी चढ़ा कर उसे सांत रहने की गुहार लगा रहे थे और अब अंध भगति का एक और वीडियो वायरल होरहा है जिसने तो अंध विश्वास की हद ही पार करदी अभी कॉरोना को देवीय रूप दे दिया गया है और मंदिर भी बनवाया गया है मंदिर बनवाने पूजा करने तक ही सीमित नहीं रही बात कोरॉना महामारी को ही दे दिया देवीय रूप कई महिलाओं ने वर्त भी रखे और कोरॉना की पूजा भी कीगई 

पूजा और वर्त इस लिए रखे गए की कोरॉना लोगो की जान ना ले बल्कि डॉक्टरों और सेंटिस्ट तो पहले ही कह चुके है कोरॉना से बचाव के लिए नियमित पोस्टिक आहार ले खुद को खाली पेट बिलकुल ना रखें


Corona देवी की पूजा की दूसरी फाइल फोटो

बल्कि यहां तो सबकुछ उल्टा होरहा है लोग कोरॉना महामारी को अपने देश से भगाने के लिए वर्त(उपवास) रख रहे है

जिसपर सरकार और प्रशासन की कोई ध्यान नहीं उल्टा मीडिया भी इसे सराहनीय काम बताकर बढ़ चढ़ कर अपने न्यूज चैनलों पर दिखा रहा है 

और मानो ऐसे चर्चा कर रहा है जसे देश में कोई बहुत ही बहादुरी का काम हिरहा हो

खुद मीडिया ही अपने और अपने देश के नागरिकों के मूर्खता के परमाण देरहे है

अभी भारत वासी कोरॉना को खत्म करने के लिए कोरॉना देवी की पूजा कर रहे है 

बिहार से आए है ज्यादा संख्या में वीडियो और फोटो क्लिप कोरॉना देवी की पूजा के कुछ कुछ वीडियो और फोटोज भारत के सभी हिस्सों से आने सुरु होगय है

Modi ji fir roye krona se hui moto par



 मोदी जी ने फिर की रोने की एक्टिंग

साहेब जी मत ढोंग रचाओ ना करो एक्टिंग रोने की

तुम्हे नहीं है परवाह कोई बेबसों के मरने की

तुम्हे सताए चिंता साहेब बस घोटाले करने की

अगर जरा भी तुम्हे परवाह होती गरीब मजदूर परिवारों की

ऑक्सीजन ना बिक रही होती दो दो लाख हजारों की

यो लासो के ढेर ना लगते ना सांसे थमती बेबस और लचारों की

मंदिर मूर्त से ध्यान हटाकर अगर जरासा ध्यान किया होता 

अस्पताल और चिकित्सा सेवा सुधारों पे, 

यों ना लासे बहती दिखती नदी और गंदे नालों में कभी ना बुझते च्राग घरोके जो आज पड़े अंध्यारो में ,

तुम जो परवाह करते होते बेबस और लाचरो की सासन प्रशासन था हाथ तुम्हारे ना सुनती गूंज किलकारों की

साहेब जी मत ढोंग रचाओ ना करो एक्टिंग रोने की

तुम्हे नहीं है परवाह कोई बेबसों के मरने की

सब भारत वासी जान चुके है आदत तुम्हारी जुमलों की

छोड़ो गद्दी चुनलो फिल्मे है तलब लगी हैं साहेब तुमकोओवर एक्टिंग करने की

जारा भी अकल नहीं साहेब तुमको भारत में शासन करने की

देश को डाल कर गहरी खाई में तुम करगये चालाकी यारे प्यारे मित्रों के संग खुद तो बाहर निकलने की 

साहेब जी मत ढोंग रचाओ ना करो एक्टिंग रोने की

तुम्हे नहीं है परवाह कोई बेबसों के मरने की

दाना पानी और दवा पे तुमने टैक्स वसूल है फिर क्या ढोंग रचना साहेब क्यों कर रहे एक्टिंग अस्क बहाने की

साहेब जी मत ढोंग रचाओ ना करो एक्टिंग रोने की

तुम्हे नहीं है परवाह कोई बेबसों के मरने की



शनिवार, 22 मई 2021

बोद्धधम boddh dhham



 बौद्ध धम्म अपनाना है

गया दौर तलवारों का अब पाखंडी दौर मिटाना है

जाति धर्म के नारों से भारत को मुक्त कराना है

तिलक और चोटी का ना ढोंग चले ऐसा दौर अब लाना है 

मिल जुलकर सब रहे देश में आपस में प्यार बढ़ना है

पढ़ो लिखो सब भारत वासी अंधविश्वास मिटाना है 

तर्कशीलहो बुद्धि बलशाली आगे बढ़ते जाना है

गया दौर तलवारों का अब पाखंडी दौर मिटाना

गोबर मूत्र खाने वालों को गोबर भगत बतलाना है

झाड़ फूंक टोना टोटका,ना पिंड दान करवाना है

विक्षित दौर विज्ञान का है विज्ञान हमे अपनाना है

ओझा बोझा ढोंगी बाबा सबको दूर भगाना है

बनवाए अस्पताल देश में ना मंदिर मूरत बनवाना है

गया दौर तलवारों का अब पाखंडी दौर मिटाना

जाति धर्म के नारों से भारत को मुक्त कराना है

बौद्ध धम्म है बुद्धि का इसमें ना पूजा पाठ रचाना है

करुणा मैत्री भाई चारा बस यही सिद्धांत अपना है

करो तयारी बंधु नारी बुद्ध की ओर हमे जाना है

दया करुणा के मार्ग पर चलकर बोद्धधम अपनाना है

गया दौर तलवारों का अब पाखंडी दौर मिटाना

जाति धर्म के नारों से भारत को मुक्त कराना है


                         लेखक:–रामरतन सुड्डा






Dalali patrkaro ki

 

भारत में खूब सौर मचाए, दलाली पत्रकारों की

भारत में खूब सौर मचाए, दलाली पत्रकारों की

पतल चाटे करे गुलामी, नेता और सरकारों की

पत्थर को हीरा ये बतलाते, देखो बेसर्मी गद्दारों की

झूट मुठ का विकाश दिखलाए, करें मजाक लाचारो की

सरकार नहीं कोई सवाल जवाब ये,विपक्ष से सब गुनगुनाते हैं

अंध भगति का चश्मा पहने,नेताओ के पीछे पीछे कुते सी दुम हिलाते है, 

गोबर मूत्र खाने पीने को ये विकाश बतलाते हैं

हिमत और कलाकारी देखो गधे को शेर बतलाते की

भारत में खूब सौर मचाए, दलाली पत्रकारों की

पतल चटे करे गुलामी, नेता और सरकारों की

प्यार बंटता दिखे ना कोई, झगड़े खूब दिखाते है

मजबूरी में रहे भूख के मारेको,ये उपवास बताते है

इन लोगो ने रिश्वत खाई धर्म की आग लगाने की

मंदिर मस्जिद के नारों से आपस में लड़वाने की

भारत में खूब सौर मचाए, दलाली पत्रकारों की

पतल चाटे करे गुलामी, नेता और सरकारों की

टूटी सड़के नहीं दिखे ये ,सड़के नई दिखलाते है

झोपड़ पाटियो को भी ये डिजिटल इंडिया बतलाते है

खुद की मेहनत से बनाए घर को भी  ये पीएम 

आवास बतलाते है 

इनकी नियत बची हुई बस घोर दलाली खाने की

भारत में खूब सौर मचाए, दलाली पत्रकारों की

पतल चाटे करे गुलामी, नेता और सरकारों की


                          लेखक:– रामरतन

शुक्रवार, 21 मई 2021

Modi lapta

 शाह मोदी लापता है

मोदी शाह के अब तो दर्शन के भी टोटे है

देश में हां हां कार मचा है कहा छुपके दोनो बठे है

बाहर निकल कर देखो साहेब आपके न्यूइंडिया में

तो गरबों के सांसों का भी टोटा है

लाश जालाना भी महंगा साहेब गरीब घरों के बेबसो ने

तो अपने अपनो को नदियों नलों में फेका है

आप के न्यूइंडिया में साहेब मर्त पड़ी कई लासो को कूते

बिलयो ने नोचा है

तुम तो दुबक कर बैठे महलों में यहां झोपड़ियों में आकर देखो

पेट भरने को दाने का भी टोटा है

ग्रह मंत्री और पीएम के अब तो दर्शन के भी टोटे है

देश में हां हां कार मचा है कहा छुपके दोनो बठे है

हॉस्पिटल में मिले बेड नहीं बाहर झांक कर देखो साहेब आपका न्यूइंडीया तो बिन दावा बिन सुविधा के सड़को ऊपर लेटा है

अंग तस्करी के चलते साहेब अपने अपनो के आखिर दर्शन को भी टोटा है 

गरीब घरों के मुर्दों को तो कफन का भी टोटा है लास जलाए भी तो कैसे रिश्वत का खर्चा मोटा है

बाहर निकल कर देखो साहेब आपके न्यूइंडिया में

तो गरबों के सांसों के भी टोटा है

मोदी शाह तेरे राज में जिंदा रहने से भी ज्यादा मुर्दे जलाना महंगा है नहीं डॉक्टर नहीं दवाएं हॉस्पिटलों का टोटा है

ग्रह मंत्री और पीएम के अब तो दर्शन के भी टोटे है

देश में हां हां कार मचा है कहा छुपके दोनो बठे है



Congerah ,bjp

 कांग्रेस बीजेपी चोर है

एक कांग्रेस एक बिजेप दोनो ही सताधरी है

दोनो ने गठ जोड़ किया कभी तुम्हारी कभी हमारी बारी है

अब तक जो ना समझी जनता,जनता ना समझ हमारी है

एक ने लुटा धीरे धीरे दूजे ने झट से लूट मचाई है

अच्छे दिनों के सपने में ओ सुन बीजेपी सता जो तुम्हे थमाई है, 

आम आवाम ने देखा अब जो असली रूप तुम्हारा है 

कहना कुछ और करना कुछ झूठा राज तुम्हारा है

हमने तुमपे किया भरोसा बस यही पछताव हमारा है

चोरों के हाथ में थी जो सता अभी झूठे मकारो और बेबस के हत्यारों को सता हमने थमाई है अब तो भूल पे जनता देश की भूत घनी पछताई है

सेर की खाल पहनकर देश में गधों ने लूट मचाई है 

कांग्रेस हो या हो बीजेपी दोनों भाई भाई है

छोड़ो दामन अब इनका अब करो तयारी बीएसपी को सता की डोर थमानी है

बहिन कुमारी माया को भारत की पीएम बनानि है

एक मुहिम सब मिलकर चलाओ चोरों से देश छुड़वाना है

गरीब मजलूम और बेबस लोगो के घरों में खुशियां लाने की

छोड़ के झगड़े धर्म जाति के मिलके हाथ बटाना है 

हिंदू मुस्लिम और सिख ईसाई आपस में प्यार बढ़ाना है

जो जाति धर्म की बात करे उस पाखंडी को ओधे मू धूल चटाना है

मिलकर अब मुहिम चलाओ

एक थाली ये चटे बटे इनकी साकार गिराने की आपस के मत भेद मिटा कर नई सरकार बनाने की 

बहुत खालिया धोखा हमने अब और ना धोखा खायेंगे हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई मिलकर कसम उठाएंगे कांग्रेस और बीजेपी को अबके धूल चटाना है

नई पार्टी नई दिशा नया ही भारत बनाएंगे भारत का है हक बने विश्वगुरु अबकी बार हमे बनाना है

कांग्रेस बीजेपी छोड़ देश में सता तीसरी लायेंगे अबकी बार तो बहिन मया को पीएम देश का बनाना है




बुधवार, 19 मई 2021

मुर्ख और विद्वान में अंतर

 मुर्ख इंसान पत्थर पूजे, पूजे पेड़ विद्वान

मुर्ख इंसान पत्थर पूजे, पूजे पेड़ विद्वान

ना खीर चढ़ाए पूड़ी चढ़ाए,चढ़ाए जल और खाद

धरती को सुंदर बनाए ,बचाए हर जीव के प्राण

ज्ञानी लोग विज्ञान पढ़े,और पढ़े अपना संविधान

मुर्ख लोग समय गवाएं,पड़ने में वेद पुराण


ढोंगी लोग पाखंड फैलाए,शिक्षित फैलाए ज्ञान

पाखंडी मंदिर बनवाए,ज्ञानी बनवाए अस्पताल

दु:खी बीमारी कास्ट निवारे,लाखो बचाए ज्यान

मुर्ख इंसान पत्थर पूजे, पूजे पेड़ विद्वान

ना खीर चढ़ाए पूड़ी चढ़ाए,चढ़ाए जल और खाद


संघर्ष शील संघर्ष करे,आलसी सहे पीड़ा अपमान

निर्बल लोग गुलाम बने,बने बल शाली हुक्मरान

सच्चे इन्सान ना पीठ तके, तके पीठ बेईमान

थाली में अपनी छेद करे,रखे बेचे अपना ईमान

मुर्ख इंसान पत्थर पूजे, पूजे पेड़ विद्वान

ना खीर चढ़ाए पूड़ी चढ़ाए,चढ़ाए जल और खाद



Hindi bewafa shayeri

अगर हूं में गुनहगार तेरा तो सजा का फरमान कर

अगर हूं में गुनहगार तेरा तो सजा का फरमान कर गालिबअगर मेरी मोत से तेरा हिसाब होता है चुकता तो में मरने को त्यार हूं एक रस्सी से फांसी के फंदे का इंतजाम कर गालिब


हजारों नदियां मिलती है समंदर में फिरभि समंदर की कड़वाहट काम कहा होती है

हजारों नदियां मिलती है समंदर में फिरभि समंदर की कड़वाहट कहा कम होती है हमें तो आदत है बेवजह ही मुस्कुराने की मुझे मुस्कुराता देख जमाना कहता है तुम कितने सुखी हो जमाना क्या जाने इस दिल में कितनी चोटे दफ्न रहती है


लहरों की ताकत का अंदाजा तालाबों को कहा होता है

लहरों की ताकत का अंदाजा तालाबों को कहा होता है एक दिन जिस्म तेरा भी स्वाह होगा और जिस्म मेरा भी स्वाह होना हैफालतू में परवाह मत रख दोस्त किसी को खोने और पाने की जो तेरा है वो तेरा ही रहेगा जो तेरा था ही नहीं उसे पाकर भी क्या करना है

जिंदा इन्सानों ने ना संवर्ग देखा ना नर्क, ना मुर्दों ने लोट कर व्याख्यान किया

जिंदा इन्सानों ने ना संवर्ग देखा ना नर्क, ना मुर्दों ने लोट कर व्याख्यान किया 

में समझ ना सका ओ जमाने फिर ये संवर्ग नर्क का दौरा किया किसने और किसने इसका निर्माण किया

अगर है ही नहीं कोई ठोस प्रमाण संवर्ग नर्क का तो फिर इन्सानों में ये भ्रम पैदा किसने किया 

किसका हुआ होगा फायदा इस अफवाह से और नुकसान किस किसका हुआ किसको मिली रोजी इस से और अपमान किसका हुआ 


रविवार, 16 मई 2021

5G से होरही मोते

 Corona मामले में बड़ा अपडेट Corona की आड़ में 5G टेस्टिंग corona से नही बल्कि 5G रेडियेशन से होरही मोते

सोशल मीडिया पर  एक मेसेज पिछले कुछ दिनों से बड़ी तेजी से वायरल होरहा है जिसमे भारत में होरही मोतों का जिमेवर कोरॉना महामारी नही बल्कि 5G टेस्टिंग को बताया जा रहा ह 
ऑडियो में दावा किया जा रहा है की कोरॉना की आड़ में भारत सरकार 5G टेस्टिंग करवा रही है
भारत सरकार जनता से कुछ छिपा रही है ऐसे भी कई आरोप लगाए जारहे है
लेकिन ऐसा कुछ नहीं है भारत में हो रही मोतों का जिमेवर 5G टेस्टिंग नहीं बल्कि कोरॉना महामारी ही है 
5G से किसी भी इंसान को कोई विपरीत परभाव नही पड़ता 2G,3G,4G की तरह ही 5G रेडियो विकिरणों पर काम करता है यह मानव शरीर पर कोई घातक नहीं ह अफवाहों से बचे अपना ध्यान रखे मास्क पहने बार बार अपने हाथों को साबुन सर्फ या सनेटाइजर से साफ करते रहे 
अपने आपको किसी अफवाहों के चलते जोखिम में ना डालें अपना और अपने परिवार का कोरॉना महामारी से बचाव रखें
1G,2G,3G,4G,5G का मतलब जनरेशन से है यानी 1t जानरेसन 1G सकिंड जनरेशन 2G  3d जनरेशन 3G इसी परकार 4G और 5G 

गंगा नदी में तेर रही असंख्य लासे

 


इंसानियत ना रही इंसानों में बस भयावह मंजर सा छाया है लोगो की नजरो में 

दफ्न भी ना हुई उनकी लासे जिनकी जाने लेली कोरॉना की किलकारो ने 

कफन में लिपटी असंख्य लासे बेतहासा नोची कुते बिल्ली और कौओं ने

कुछ लासे बहती दिखी नदियों में कुछ तो बहा दीगई गंदे नालों में

इंसानियत ना रही इंसानों में बस भयावह मंजर सा छाया है लोगो की नजरो में 

बेसर्मी की हदे तोड़ दी अंधी बहरी सरकारों ने तड़फ तड़फ कर सांसे छोड़ी लाखों गरीब मजलूम परिवारों ने

फिरभी चुपी क्यों ना तोड़ी जालिम इन सरकारों ने

इंसानियत ना रही इंसानों में बस भयावह मंजर सा छाया है लोगो की नजरो में 

रोटी पानी की तलब लगी अब तो दाना भी ना रहा गरीबों घर के आश्यानो में दूरी का आलम बढ़ता गया फर्क ना रहा इंसान और हेवानो में

इंसानियत ना रही इंसानों में बस भयावह मंजर सा छाया है लोगो की नजरो में 

सब इंसान अछूत हुए मौत का मंजर मिलने लगा छुने और बतलाने से डर सा लगने लगा है अब तो प्यासे को पानी तक पिलाने से

इंसानियत ना रही इंसानों में बस भयावह मंजर सा छाया है लोगो की नजरो में 

शुक्रवार, 14 मई 2021

Corona mahamari or bachav ke upaye

2020 की तुलना में 2021में corona महामारी में मृतुदर में वृद्धि की मुख्य वजह

पिछलीबर 2020 में corona महामारी में इस बार की अपेक्षा बहुत कम लोग संक्रमित हुए इसका मुख्य कारण था समय रहते लगाया गया लॉकडाउन
Corona के दूसरे फेज यानी 2021 में corona महामारी से होने वाली मौत 2020 से इतनी ज्यादा क्यों क्योंकि पिछलीबार लोगो में corona का भ्य ना के बराबर था लोग अपने घरों में खुदको सुरक्षित महसूस कर रहे थे वो खुश थे चिंतित नहीं थे अबकीबार देरी से लॉकडॉन लगने की वजह से और महाराष्ट्र में  चुनाव होने की वजह से रेलिया की गई और उन्ही रैलियों की corona संक्रमण तेजी से फलने की वजह से चिकित्सा संसाधनों में भारी कमी होगई इस वजह से पिछली बार की अपेक्षा इस बार corona महामारी से होने वाली मोतों में वृद्धि हुई है और ज्यादा कुछ नहीं अपने घरों में आप पिछलीबर की तरह सुरक्षित है घबराए नहीं कुछ समय बाद फिर से इस्थित सामान्य होजाएगी

Corona से होने वाली मोतो की मुख्य वजह

आज पूरे देश और विश्व में करना ने आहाकार मचाया हुआ है और लोग काफी भ्येवित भी है और भ्येवीत होना जायज भी है क्योंकि टीवी अखबार सोशल मीडिया फेसबुक वॉट्सएप youtub पर जब देखो corona से होने वाली मोते हॉस्पिटल में तड़फ तड़फ कर दम तोड़ती असंख्य जिंदगियों का कोहराम दिखाई देता है 

और भए भी कुछ हद तक असंख्य मोतो का कारण बनता है क्योंकि डर(भए) की वजह से बल्ड सर्कुलेशन परभावित होता है जिसकी वजह से बीपी की सिकाएत होती है बीपी का अचानक सब बढ़ना गिरना हार्ट अटैक जैसी घटनाएं डर की वजह से होना आम बात है 

डर की वजह से भूख कम लगती है पाचन तंत्र काफी प्रभावित होता है टाइम पे ना खाने पीने की वजह से शरीर में एनर्जी लेवल दिन प्रदीन गिरने लगता है और थकान होने लगती है और कई लोगो को बुखार भी होजाता है थकान और बुखार के चलते लोग और चिंतित होजते है और खुद को corona से संक्रमित समझने लगते है जिससे लोगों में डर और बढ़ जाता है और इसी डर की वजह से वे अपना मेडिकल टैस्ट भी नहीं करवाते की कहीं कोरॉना पॉजिटिव आया तो उसे कहीं बंद करके ना रख दिया जाए और वो अंदर ही अंदर मानसिक तनाव को पालते रहते है मानसिक तनाव की वजह से इंसान के अंदर इम्यूनिटी घट जाती है और वह रोगी होजाता है और अंत में मानसिक तनाव मौत का कारण बन जाता है

Corona से बचाव के लिए इन बातो का रखे ध्यान

Corona से बचाव के लिए मनमे कोई चिंता ना रखे corona जैसे लक्षण आपको नज़र आए तो corona टैस्ट करवाए और बिना डर, तनाव के दवाई ले खुद को घर परिवार या कोई अन्य व्यक्ति के संपर्क में आने से बचाए 

बिना वजह घर से बाहर निकलने से बचे corona संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अपने घरों में रहना मास्क पहानना भी आपका देश हित में बहुत बड़ा योगदान है आप मास्क पहनकर चलते है तो खुदको और देश के अन्य नागरिकों को बचाने का काम कर रहें हैं बेवजह  घर से बाहर न निकले तो आप देश हित में बहुत कुछ कर रहे है कहीं बाहर जाकर आए तो साबुन  सर्फ या सनेटाइजर से अपने हाथों को अच्छे से धोएं खाना खाने से पहले पानी पीने से पहले अपने हाथों को अच्छे से साफ करे

अपने आस पड़ोस गांव गुहांड में किसी को आपकी मदद की जरूरत है तो उसकी मदद करे 

बेवजह डरना चिंतित होना covid महामारी से भी ज्यादा घातक है 

प्रकृति के अपने कुछ रसूल है हमने परकृति को बहुत नुकसान पहुंचाया है जिसका खम्याजा परक्रति हमसे वसूल रही है 

जीवन मरण खुद प्रकृति निर्धारित करती है परकृति ने हमे जन्म दिया है तो वो हमे जिंदा रखने और मरने का समय भी निर्धारित रखती है

आप मरने से डरे नहीं इस लिए में आपके बीच एक  कहानी पेश कर रहा हु इस कहानी को पूरा पढ़े जो आपको होंसला बढ़ने में मदद करेगी 

किसी गांव में एक शरीफ आदमी रहता था उसके एक लड़का था और परिवार में उसका कोई सहारा नहीं अकेला बेसहारा होने की वजह से परिवार के बाकी लोग उसकी संपत्ति हड़पने के लिए उसे यातनाएं देते रहते उस आदमी को ये चिंता हमेशा सताए जाति की उसके मरने के बाद ये लोग मेरे बेटे को भी मर देंगे और उसकी सारी संपत्ति हड़प लेंगे उसके वंश को खत्म कर देंगे ये बात वो अपने बेटे को कभी नहीं बता क्योंकि वह अभी बच्चा था कुछ समय बाद वह आदमी चिंता करते करते दम तोड गया अब उसका बेटा अकेला हो चुका था परकृति हर इंसान को हालातो के हिसाब से चला अपने आप सीखा देती है 

पिता की मौत केबाद उस लड़के को उसकी मां अपने पीहर अपने साथ लेकर वही रहने लगी उसकी मां अपना अकेलापन दूर करने और अपने बेटे को सभी हालातो के लिए तयार करने के लिए उसके पिता के साथ हुई ज्यादती की सारी घटनाएं उसे बताती रहती अब वह लड़का जवान होगया था और अच्छे बुरे को समझने लगा था अब उस लड़के के दिलो दिलो दिमाग में बस एक ही बात खटक रही थी की वो अपने गांव जाकर अपनी संपत्ति की रक्षा करे और अपने पिता के साथ हुई ज्यादती का बदला ले उसकी मां बुड्ढी होचूकी थी लेकिन वो उसे उसके गांव लोटने से रोकती रहती कुछ समय बाद उसकी मां का भी देहांत होगया और वो अपने गांव लोट आया गांव आते ही उसके परिवार के लोगो ने उसे यातनाएं देना सुरु कर दिया लेकिन वह ऐसे ही सराफत से अपने पिता की तरह यातनाएं सहना स्वीकार नही करता वह इट का जवाब पत्थर से देता 

इसी बात को लेकर परिवार के लोग समझ चुके थे की वो ऐसे उनकी यातनाओं से तंग आकर कही जाने वाला नहीं है उसे हमेशा हमेशा के लिए खत्म करना होगा एक दिन वह लड़का अपने खेतमे काम कर रहा था और उस परिवार के उन जालिम लोगों ने पूरी पालानिग के साथ उस पर गोलियों की बौछार कर दी उसपर हजारों गोलियां चली लेकिन उसे कहीं खरोंच भी नहीं आई थी अब वो समझ चुका था की जिसकी मौत परक्रति ने निर्धारित नहीं की है उसे कोई नहीं मिटा सकता और उसने जालिम परिवार का डटकर मुकाबला करना सुरु कर दिया अब उसका लालची परिवार समझ चुका था जाको राखे साइयां मार सके ना कोई ये सत्य ह और उन्होंने उसे सतना बंद कर दिया 

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गुरुवार, 13 मई 2021

सत्य और असत्य

 सोचने वाली बात !


एक समय पर दो तरह के इंसान कैसे हो सकते हैं?

एक पूंछ वाला और एक बिना पूंछ वाला दोनों मनुष्य की तरह बोलते हैं दोनों के पिता राजा हैं क्या ऐसा संभव है??


मेंढक से मंदोदरी कैसे बन सकती हैं/ पैदा हो सकती है?? 

लंगोटी का दाग छुड़ाने से अंगद कैसे पैदा हो सकता है?? 

पक्षी मनुष्य की तरह कैसे काम कर सकता है जैसे  गिद्धराज?? 

किसी मनुष्य के 10 सिर हो ही नहीं सकते इतिहास या पुरातत्व द्वारा आज तक ये सिद्ध नहीं हो पाया कि किसी इंसान के  10 सिर 20 भुजाओं वाला कोई संतान नहीं है.......


जिस लंका की आप बात कर रहे हो वह लंका 1972 में की लंका नाम पड़ा इसके पहले सिलोन से पहले सिहाली इत्यादि नाम थे तो असली लंका कहा है???


घडे से लड़की कैसे पैदा हो सकती है? 

एक माह में मकरध्वज कैसे पैदा हुए? 

मछली से कोई  मनुष्य कैसे पैदा हो सकता है?? 

एक माह में मकरध्वज पातालपुरी में नौकरी करने लगे क्या ये संभव है?? अगर संभव है तो साबित करो...


5000 साल पुरानी द्रविड़ भाषा को कोई पढ़ नहीं सकता

तो 70000 साल पहले अंगद किस लैंग्वेज भाषा में लिख रहा था??


सम्राट अशोक के काल में अयोध्या का नाम साकेत था

अयोध्या के बाद साकेत और साकेत के बाद अयोध्या नाम कैसे पड़ा?? 

पुरातत्व विभाग की तरफ से एक भी प्रमाण हो तो बताओ कि राम राज्य था??


सात घोड़ों से सूर्य कैसे चल रहा आप की पुस्तकें कह रही हैं जबकि विज्ञान कह रहा है कि सूर्य चलता ही नहीं है..... 

जब राम का राज्याभिषेक हो रहा था तब  सूर्य एक महीने के लिए रुक गया था

जबकि सूर्य चलता ही नहीं है अगर सूर्य चलता है तो सिद्ध करो /साबित करो.... 


सूर्य खाने गए हनुमान की स्पीड और कद क्या था??


बालमीक रामायण कहती है चैत अमावस्या को रावण का वध होता है

तुलसीकृत रामायण कहती है कुमार दशहरा को रावण का वध होता है तो सच क्या है??


सोने की खोज हुए 4000 साल हुए हैं तो 70000 साल पहले सोने की लंका कहां से आई थी?? 

 सोने का महल था या सोने की लंका 6000 साल पूर्व सभी चमड़े का परिधान पहनते थे

 तो 70000 साल पूर्व कपड़े राम कहां से पहनते थे??


जब ब्रह्मा के मुख से ब्राह्मण पैदा हुआ तो भारत में ही क्यों पैदा हुआ जबकि ब्रह्मा ने ब्रह्मांड रचाया तो चीन अमेरिका थाईलैंड जापान दक्षिण कोरिया वगैरह वगैरह दुनिया के बाकी देशों में ब्राह्मणों कयो पैदा नहीं हुआ 

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शनिवार, 1 मई 2021

देश में कोरॉना के चलते ऑक्सीजन की कमी

 जिसे परवाह थी ऑक्सीजन की कमी में जाति हजारों बेकसूर जानो की उस ट्रक ड्राइवर ने भूख प्यास को भी नजर अंदाज कर दिया

और हिम्मत ना जुटा पाया दो मिनट समय निकाल कर कुछ खाने की

जिन्हे परवाह ना थी किसी के जीने किसी के तड़फ तड़फ कर मरजाने की 

जिन्होंने तीन घंटे गवा दिए बेवजह उनको जल्दी थी सर्फ तस्वीर खिंचवाने की

रोने लगा होगा फूट फूट कर वो जांबाज ड्राइवर जो दिन रात चला जिसने परवाह भी ना की खुद के मरजने की

शर्म नहीं आई उन बेसर्मो को जिन्होंने ठानी थी बेकसूर लासो का सौदा कर फोटो खिंचवा कर फेमस होजाने की

क्या सोचा था वाह वाह करेगी ये दुनिया तुमने हिमत जो दिखाई ऑक्सीजन से भरे टैंकर को गुबारो से सजाने की

अरे बेसर्मों जरूरत तो थी तड़फ तड़फ दम तोड रहे मासुमो तक जल्द से जल्द ऑक्सीजन पहुंचाने की

पर तुम्हे क्या तुमने तो ठानी ह समसानो से जलती चिताओ से वोट जुटाने की

अरे दलालों तुम किसी का दर्द क्या समझोगै तुम्हारी तो ख्वाइस ही बस इतनी है अकबारो में फोटो और टीवी पर आने की




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Kisi ka jhukne n dena sis lachari me

किसी का झुकने न देना सीस लाचारी में बेमानी का सीस उठने न देना खून है तुम्हारी नसों में ईमान का  इसे बेमानो से मिटने न देना  बाहें तुम्हारी भ...