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रोजगार युवाओं के दर्द भरे बॉल
सुनो गौर से यूवा ओ तुम्हे राज की बात बताता हूं
अंध भक्तो की अंध भक्ति ती के मीठे राग सुनता हूं
नेताओं की जुमले बजी के झूठे बॉल सुनता हूं
सुनो गौर से यूूवा ओ तुम्हे राज की बात बताता हूं
खाने को ह दना नहीं मै ताली थाली और ढोल बजवता हूं
देश की हालत नजर ना आये मै हींदू मुस्लिम करवाता हूं
रोजगार की ना तुम मांग करो मै मंदिर मूरत बनवाता हूं
सुनो गौर से यूवा ओ तुम्हे राज की बात बताता हूं
अब उतर उतर के सड़कों पे रोजगार हो जोतुम मांग रहे
रोजगार का तो ह बजट नहीं चलो दलित और स्वर्ण करवाता हूं
फिरभी तुम ना भटको तो मुद्दा ,आरक्षण का लताहू
सुनो गौर से यूवा ओ तुम्हे राज की बात बताता हूं
फिर भी चाहिए रोजगार तो चलो पकोड़े तलवाता हूं
अब तो छोड़ो रोजगार मांगना नहीं तो डंडे पुलिस से मरवाता हूं
घर में दुबक कर बेठो गे दोचार झूठे केस चलवाता हूं
फिर भी चाहिए रोजगार तो मैं लॉकडाउन लगवाता हूं
सुनो गौर से यूवा ओ तुम्हे राज की बात बताता हूं
अंध भक्तो की अंध भगिती के मीठे राग सुनता हूं
नेताओं की जुमले बजी के झूठे बॉल सुनता हूं
अच्छे दिन आने के सपने फिर से तुम्हे दिखता हूं
बडी बडी स्टेजो पे तुम्हे धासू फेक सुनता हूं
खोल के छाती यूवा ओ तुम्हे छपन इंच दिख लाता हूं
रोजगार का तुम करोगे क्या में राफेल जहाज मंगवाता हूं
सुनो गोरसे यूवा ओ तुम्हे राज की बात बता हूं
नेताओं की सोच तुम्हे में लिख के लेख सुनता हू
रामरतन सुड्डा दर्द तेरा में जन जन तक पहुंचता हूं