नमस्कार दोस्तो कैसे हैं आप सब ,दोस्तो मै आप का दोस्त रामरत्तन सूडा आप पढ रहे हैं sawtanter aawaj. Com दोस्तो ओर अधिक कविताएँ स्टोरी पाने केलिए पेज को फोलो सेयर व कोमेट करे धन्यवाद
ट्रक ड्राइवर की भी क्या जिन्दगी है साहेब ना टाइम पे खाना खापाता ना ही सोपाता हैनहि हीता साहेब ट्रक ड्राइवर का कोइ एक मजहब ट्रक ङ्राइवर तो हर मजहब को चाहता ता है
नहि सताता ट्रक ड्राइवर किसी बेबस को फिर भी ना जाने क्यो ट्रक ड्राइवर को हर कोइ सता जाता है बचाना चाहता है बचाना चाहता है मेहनत के दो पैसे अपने बच्चो के लिए मगर ना जाने क्यो कभी आरटीओ तो कभी पूलिस बाले लूटने आजाते हैं
चाहता नहि किसी प्राणी की जान लेना ट्रक ङ्राइवर फिर भी ना जाने क्यो कातिल कह देते है
नहि होता गुनहगार हरबार ट्रक ड्राइवर बेवजह सता सता कर पूलिस वाले साहेब अक्सर गुनहगार बना देते है
होजाती है कोइ खराबी चलते चलते वाहन मे ना जाने क्यों गाङि मालिक ड्राइवर को खरि खोटि सूना देते है
होते है दिल के धनी ट्रक ड्राइवर साहेब भूखे पेट के भी बहूत कूछ दान दे जाते है अगर मिल जाए असहाय तो बनके उसका सहारा धन दोलत क्या बात करू साहेब ट्रक ड्राइवर तो दिलो जान तक लूटा देते है
रामरत्तन सूङा यूँही बदनाम है ट्रक ड्राइवर तो ड्राइवर हि तो देस को चलाते है, नहि जा पाते अपने घर पर लेकीन जरूरी सामान तूमतक पहूंच देते है
ना जाने फिर भी क्यो सरम नहिआती इन पूलिस वालो को छिनकर खून पसीने कि कमाइ ट्रक ड्राइवर की ये काफिर कैसे आराम से खा लेते है
कोइ मिल जए रात के अंधेरे मे लगाए लिफ्ट कि गुहार तो राहगीर की मजबूरी समझ करने को मदद किसि अनजान को गाङि में बैठे लेते है नहि देख पाता ट्रक ड्राइवर किसी की बेबसी इसिलिए हि तो करने को किसी राहगीर कि मदद रात के अंधेरे मे भी गाङि को थमा लेते है होती है एसे चोरियां ओर डकैती मगर एक समझ बेबस की बेबसी इतना बड़ा रिस्क उठा लेते है
धन्य हैं ट्रक ड्राइवर साहेब जो खुद को लुटाकर भी गोरों को बचा देते
ये तो खुद काट रहे होते है सजा से बहत्तर जीन्दगी ये किसी को सजा कहा देते है
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